ई-कॉमर्स बिज़नेस कैसे करें – How to start E-commerce Business in 2024 [ Step by Step Guide]

2024 में E- Commerce business का Market Size बहुत बड़ा है और तेजी से बढ़ रहा है। आंकड़ों के अनुसार 2024 में वैश्विक ई-कॉमर्स बाजार का मूल्य 6.3 ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो 2023 में 5.8 ट्रिलियन डॉलर से 8.8% अधिक है।

Forbes Advisor के अनुसर, ई-कॉमर्स सेल्स 2024 में 9% बढ़ने की उम्मीद है ।

भारत में, ई-कॉमर्स बाज़ार 2024 में $120 बिलियन का अनुमान है, जो 2023 के $87 बिलियन से 38% ज़्यादा है। Flipkart और Amazon इंडिया में दो सबसे बड़े ई-कॉमर्स खिलाड़ी हैं।

तो अगर आप भी ईकॉमर्स बिजनेस शुरू करने का सोच रहे हैं, या जानना चाहते हैं कि ईकॉमर्स बिजनेस कैसे शुरू किया जाता है, किन किन बातो का ध्यान रखा जाता है, या क्या करना होगा आपका ईकॉमर्स बिजनेस start करने के लिए ?

इस आर्टिकल में हमने Step by Step बताया है।

सबसे पहले हम ई-कॉमर्स के बारे में कुछ और जान लेते हैं।

E-commerce businesses कई प्रकार के होते हैं। आप किसके साथ लेन-देन कर रहे हैं, उसके आधार पर वर्गीकृत किया जाता है । आइए विभिन्न प्रकार के ई-कॉमर्स व्यवसायों के बारे में जानते है।

Business-to-Consumer (B2C): यह सबसे आम प्रकार का e-commerce व्यवसाय है. इसमें कंपनियां सीधे उपभोक्ताओं को सामान बेचती हैं, उदाहरण के लिए, Flipkart और Amazon B2C कंपनियां हैं।

Direct to Consumer (D2C): यह एक ऐसा व्यवसाय मॉडल है जिसमें कंपनी अपने उत्पादों को सीधे अंतिम उपभोक्ताओं को बेचती है, तथा बिचौलियों की भूमिका समाप्त कर देती है।

Business-to-Business (B2B): इस मॉडल में, कंपनियां अन्य कंपनियों को सामान या सेवाएं बेचती हैं। उदाहरण के लिए, एक निर्माण कंपनी थोक व्यापारी को आपूर्ति बेच सकती है जो बदले में खुदरा विक्रेताओं को बेचती है.

Consumer-to-Consumer (C2C):  इस मॉडल में, ग्राहक आपस में सामान बेचते हैं. उदाहरण के लिए, OLX और eBay C2C प्लेटफॉर्म हैं.

Consumer-to-Business (C2B):  इस मॉडल में, ग्राहक कंपनियों को सेवाएं बेचते हैं. उदाहरण के लिए, एक फ्रीलांसर जो अपनी सेवाएं किसी कंपनी को ऑनलाइन बेचता है, वह C2B मॉडल का हिस्सा है.

Business-to-Administration (B2A):  इस मॉडल में, कंपनियां सरकारी एजेंसियों को सामान या सेवाएं बेचती हैं. उदाहरण के लिए, एक कंपनी जो स्कूलों को आपूर्ति बेचती है, वह B2A मॉडल का हिस्सा हो सकती है.

Consumer-to-Government (C2G):  इस मॉडल में, ग्राहक सीधे सरकारी एजेंसियों से सामान या सेवाएं प्राप्त करते हैं. उदाहरण के लिए, कुछ देशों में आप अपने करों का भुगतान ऑनलाइन कर सकते हैं, जो C2G मॉडल का एक उदाहरण है.

आज हम बात करेंगे D2C or B2C ई कॉमर्स बिजनेस के बारे में :-

How to start E-commerce Business in 2024. [ Step by Step Guide]

Step 1. Research for Caterogy

सबसे पहले Research करना है अभी के समय में किस चीज का दिमांग सबसे ज्यादा है, या क्या भविष्य में हमारे Product की मांग रहेगी, क्या हमारे Product की आवश्यकता बाजार में रहेगी। अगर आपको बाजार में कुछ ऐसा Product मिल जाता है जिसका मांग तो है लेकिन आपूर्ति बहुत कम है, आपको निश्चित रूप से उस Product का व्यापार करना चाहिए।

Step 2. Product Market Research

एक बार अगर आप अपने प्रोडक्ट की केटेगरी select कर लेते है उसके बाद आप अपने प्रोडक्ट का मार्किट रिसर्च जरूर करे। मतलब उस प्रोडक्ट के बारे में पूरी जानकारी ले ले।

जैसे – उस प्रोडक्ट को Market में कौन कौन sell कर रहा है। उस प्रोडक्ट का मार्किट साइज कितना है। उस प्रोडक्ट का कीमत क्या है। और आप उस प्रोडक्ट को कितने कीमत में sell कर सकते है आप उस प्रोडक्ट का Quality में कितना improved कर सकते है।

Step 3 . Sourcing your Product 

प्रोडक्ट और केटेगरी फाइनल करने के बाद आपको प्रोडक्ट कहा से लाना है ये सोचना होगा आप ऐसे सोर्स ढूढ़े जिनका प्रोडक्ट क्वीलिटी अच्छी हो , minimum आर्डर वैल्यू हो। और जो आपको टाइम पे आर्डर डिलीवर कर दे।

Step 4 . Business plan

इ-commerce business में business plane सबसे ज्यादा महत्पूर्ण स्टेप है। आपके इ-commerce की success business plan पे दी depent करेगा। तो आपके इ-कॉमर्स बिज़नेस के लिए आपको किस किस बातो का ध्यान रखना है –

*Platform – आप अपने प्रोडक्ट को किस platform के जरिये sell करना चाहते है। जैसे – मार्केटप्लेस ये या खुद का वेबसाइट से।
अगर आप मार्किट place से अपना प्रोडक्ट सेल्ल करना चाहते है तो आप अपने प्रोडक्ट को Marketplace पे Add अथवा List कर सकते है। जैसे flipkart या amazon जैसे इ-कॉमर्स मार्केटप्लेस पर।
आप आपने प्रोडक्ट अपने खुद में वेबसाइट से भी सेल्ल कर सकते है। उसके लिए आपको Hosting और domain की जरूरत पड़ेगी और पेमेंट के लिए किसी Payment Gateway की।

*Audience – आपको अपने प्रोडक्ट के अनुसार आपके audience का पता पहले से होनी चाहिए क्युकी आपको हर प्लान आपने प्रोडक्ट के अनुसार होनी चाहिए।

*Place – आप अपने प्रोडक्ट के अनुसार अपने ऑडियंस के अनुसार जगह (City , State , Country) identify कर लीजिये।

Step 5. Legal Formalities 

Business Registration : आप अपने बिज़नेस को registred कर ले। जिसमे आपको आपने कंपनी का नाम , कंपनी में मालिक , अगर आप किसी पार्टनर के साथ बिज़नेस कर रहे है। आपके कंपनी को नाम logo का trademark आपकी कमैंट किस जगह है। आपको आपने कंपनी के लिए GST ऐसे और भी बहुत से चीज़ो पे आपको रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।

Bank Account: आपको अपने company के नाम से ही बैंक अकाउंट ओपन करवाना होगा। जिससे और भी Legal Formalities के लिए अपना बैंक अकाउंट काम आएगी।

Payment Gateway: आपको अपने कंपनी के लिए किसी Payment Gateway की भी जरूरत पड़ेगी जिससे लोग पेमेंट कर पाए बिना किसी trust issues के।

Terms of Service (ToS) and Privacy Policy: आपको आपने कंपनी और वेबसाइट या aap के लिए Terms of Service (ToS) and Privacy Policy बनयानी होगी।

Legal Counsel: ये तो कुछ बेसिक चीज़े है जो आपको करनी ही करनी है। आप Legal Formalities के A to Z Formalities लिए निचे दिए गए वेबसाइट पे जाये।

India: Legal Compliance For E-Commerce Entities In India

https://www.lexology.com

Step 5. Marketing

लास्ट और बहुत महत्वपूर्ण स्टेप marketing , जो खुद में एक बड़ी और पेचीदा सिलेबस है। आपको marketing अपने product , category , आपके product audience के अनुसार करनी होगी।

अभी के टाइम में इ-commerce बिज़नेस में हर कोई आना चाहता है लेकिन 90 % लोग fail हो जाते है। तो मेरी रह रहेगी की एक बार आप पूरा research कर ले ecommerce बिज़नेस स्टार्ट करने से पहले।
और इ-कॉमर्स बिज़नेस को ज्यादा समझने के लिए आप निचे दिए वीडियो को एक बार जरूर देख।

By Sandeep Maheshwari

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